Welcome to Aarogya Teerth. आरोग्य तीर्थ में आप सब का स्वागत है
चौरासी लाख योनियों से भटकता हुआ प्राणी भगवत्कृपा से मनुष्ययोनि प्राप्त करता है। मानव – जीवन का एकमात्र उद्देश्य है – अपना कल्याण करना अर्थात् जन्म मरण के बन्धन से मुक्त होना। मनुष्य योनि के अतिरिक्त सभी योनियों में जीव अपने कर्मानुसार केवल भोग भोगता है। मात्र मनुष्य को ही विवेक और कर्म करने की सामर्थ्य ईश्वरकृपा से प्राप्त है। पर यह सामर्थ्य भी पूरी तरह सफल तभी होता है, जब शरीर और मन-दोनों पूर्ण स्वस्थ होते हैं। इसके लिये व्यक्ति को सावधान रहनेकी आवश्यकता है।
शरीर की प्रकृति तो स्वस्थ रहने की ही है, हम अपनी असावधानी के कारण अस्वस्थ हो जाते हैं। कभी कभी प्रारब्धवशात् अपने पूर्व कृत पापों के कारण भी व्यक्ति आकस्मिक रूप में किसी न किसी रोग से ग्रस्त हो जाता है।
आप सभी पूजनीय लोग स्वस्थ रह सके इस बात का ध्यान रखते हुए हमने इस blog का निर्माण किया है और ऋषि-महर्षियों द्वारा प्रतिपादित विभिन्न चिकित्सा – पद्धतियों का निरूपण, आयुतत्त्व-मीमांसा, आहार-विहार, रहन-सहन, स्वाभाविक और संयमित जीवन का स्वरूप, शास्त्रों द्वारा प्रतिपादित यम-नियम, आचार-विचार एवं यौगिक क्रियाओं का अनुपालन, प्राचीन विधाओं से लेकर अर्वाचीन चिकित्सा-पद्धतियों तथा उनके हानि-लाभ का विवेचन, नीरोग रहने के घरेलू नुस्खे तथा अनुभूत प्रयोग, विभिन्न भारतीय चिकित्सा-पद्धतियों के महानुभावों का चरित्रावलोकन तथा भगवान् धन्वतरि द्वारा प्रवर्तित आयुर्वेदशास्त्र, इसके साथ ही प्रकृति के कुछ सरल एवं स्वाभाविक नियमों तथा स्वस्थ जीवन के मूलभूत सिद्धान्तों को सरल और सुगमरूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया।
हमे उम्मीद है की इस blog के द्वारा सर्वसाधारण को चिकित्सा के क्षेत्र में नवजागृति और सत्प्रेरणा प्राप्त करने तथा विभिन्न व्याधियों से मुक्त होने और स्वस्थ जीवन के वास्तविक स्वरूप से परिचित हो सकने का सुअवसर प्राप्त हो होगा ।
Team Aarogya Teerth:
Saurabh एक Successful Blogger है, इन्होने Blogging Career की शुरुआत 2012 में किया था और अभी तक कई सक्सेसफुल ब्लॉग बना चुके है.
Saurabh Suman, Founder: aarogyateerth.com